नाबालिकों को मजदूरी के लिये ले जाया जा रहा था मुंबई, आरपीएफ ने किया रेस्क्यू, तस्कर गिरफ्तार

NEWS GURU (पीडीडीयू नगर) । पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन स्थित आरपीएफ पोस्ट के जवानों और बचपन बचाओ आंदोलन की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को अप पाटलिपुत्रा-लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस से तीन नाबालिक बच्चों को रेस्क्यू किया । इस दौरान टीम में तस्करी एक आरोपों को गिरफ्तार भी किया । आरपीएफ प्रभारी के अनुसार तस्कर तीनों बच्चों को मुंबई मजदूरी कराने के लिए ले जा रहा था । बाद में तस्कर को आरपीएफ ने मुगलसराय कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया और आगे की कार्रवाई में जुट गए।
डीडीयू आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक पीके रावत ने बताया कि सूचना मिली कि अप पाटलिपुत्रा-लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस ट्रेन से तीन बच्चों को बाल मजदूरी के लिए मुंबई ले जाया जा रहा है। शुक्रवार को ट्रेन के प्लेटफार्म संख्या चार पर आते ही बचपन बचाओ आंदोलन को टीम के साथ छानबीन शुरू की । इस दौरान कोच संख्या एस 06 में तीन नाबालिक बैठे दिखाई दिए । बच्चों की स्थिति को देखते हुए उन्हें ट्रेन से नीचे उतार लिया गया । इस दौरान नाबालिक लडको के साथ साथ उनके साथ मिले पश्चिम बंगाल के मालदा जिला अंतर्गत हरिशचंद्रपूर थाना के खोपा ग्राम निवासी मिनारूल हक को पूछताछ में बाद साथ ले आए । पोस्ट पर लाने के बाद बच्चों की काउंसलिंग की गई । इस दौरान जानकारी हुई कि मिनारूल हक बिहार के कटिहार जिला के रहने वाले तीनों नाबालिक लड़कों को बहला फुसलाकर अपने साथ मुबंई के बदलापूर में नल, रोड बनाने एवं कपडे की दुकान में काम करने के लेकर जा रहा था, जहाँ उन बच्चो को प्रतिदिन बारह घंटे काम करने के बदले 15,000/- रूपये प्रति माह देने की बात बताई गई थी । बाद सभी नाबालिक बच्चो को रेलवे चाइल्ड हेल्प डेस्क/डीडीयू को सही सलामत सुपुर्द किया गया और अग्रिम कार्यवाही के लिए अभियुक्त मिनारूल हक को शिकायत पत्र के साथ कोतवाली थाना मुगलसराय को सौंपा गया जहां उसके विरुद्ध उचित करवाई की जा रही है। इस दौरान टीम में
रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट डीडीयू के एसआई अर्चना कुमारी मीना, प्र०आ०रामकृष्ण सुब्रमणयम्, आरक्षी अशोक कुमार यादव साथ आ०अवधेश प्रसाद, के साथ रेलवे चाइल्ड हेल्प डेस्क/डीडीयू के पीयूष मिश्रा और बचपन बचाओ आंदोलन के चंदा गुप्ता/सहायक परियोजना अधिकारी शामिल रहे।